चोर! चोर! चोर!
धर लिया
पकड़ लिया
फाँस लिया
अधम है घनघोर!
चोर! चोर! चोर!
ये कौन मचा रहा शोर
बहुत कर रहा बोर
यहाँ तो नाच रहा है
मोर! मोर! मोर!
हजार बार दोहराओ
लाख बार दोहराओ
यहाँ तो नाच रहा है
मोर! मोर! मोर!
चोर! चोर! चोर!
धर लिया
पकड़ लिया
फाँस लिया
अधम है घनघोर!
हजार बार दोहराओ
लाख बार दोहराओ
यहाँ तो नाच रहा है
मोर! मोर! मोर!
चोर! चोर! चोर!
फाँस लिया
अधम है घनघोर!
यहाँ तो नाच रहा है
मोर! मोर! मोर!
[2009]
Like this:
Like Loading...
Related
Author: anileklavya
मैं सांगणिक भाषाविज्ञान (Computational Linguistics) में एक शोधकर्ता हूँ। इसके अलावा मैं पढ़ता हूँ, पढ़ता हूँ, पढ़ता हूँ, और कुछ लिखने की कोशिश भी करता हूँ। हाल ही मैं मैने ज़ेडनेट का हिन्दी संस्करण (http://www.zmag.org/hindi) भी शुरू किया है। एक छोटी सी शुरुआत है। उम्मीद करता हूँ और लोग भी इसमें भाग लेंगे और ज़ेडनेट/ज़ेडमैग के सर्वोत्तम लेखों का हिन्दी (जो कि अपने दूसरे रूप उर्दू के साथ करोड़ों लोगों की भाषा है) में अनुवाद किया जा सकेगा।
View all posts by anileklavya