शहीद दिवस पर हम करते हैं
तमाम शहीदों को हार्दिक नमन
बेशक बहुत शुभ रहा है
हमारे लिए जितना उनका जीवन
उतना ही उनका असमय मरण
तो आइए करते हैं इस दिन यह प्रण
भविष्य के हम जैसे लोगों के लिए इसी क्षण
निभाते रहेंगे हम दुनिया की प्राचीन रीत
बनाते रहेंगे हम नये-नये शहीद
[2009]
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Author: anileklavya
मैं सांगणिक भाषाविज्ञान (Computational Linguistics) में एक शोधकर्ता हूँ। इसके अलावा मैं पढ़ता हूँ, पढ़ता हूँ, पढ़ता हूँ, और कुछ लिखने की कोशिश भी करता हूँ। हाल ही मैं मैने ज़ेडनेट का हिन्दी संस्करण (http://www.zmag.org/hindi) भी शुरू किया है। एक छोटी सी शुरुआत है। उम्मीद करता हूँ और लोग भी इसमें भाग लेंगे और ज़ेडनेट/ज़ेडमैग के सर्वोत्तम लेखों का हिन्दी (जो कि अपने दूसरे रूप उर्दू के साथ करोड़ों लोगों की भाषा है) में अनुवाद किया जा सकेगा।
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करारा व्यंग ।